कुछ नऐ हों तो दीजिये मुझको, जी भर गया है पुराने घावों से।..... कुछ नऐ हों तो दीजिये मुझको, जी भर गया है पुराने घावों से।.....
यह उखड़ापन तुम्हारा; यह बेरुख़ी मुझसे, एक प्रेरणा है मेरे लिए ! यह उखड़ापन तुम्हारा; यह बेरुख़ी मुझसे, एक प्रेरणा है मेरे लिए !
सोचता हूं मैं खुद अपनी खुशियों का कातिल तो नहीं सोचता हूं मैं खुद अपनी खुशियों का कातिल तो नहीं
ऐसे आदमी के साथ शीतल अब दो पल भी रहना नहीं चाहती थी। ऐसे आदमी के साथ शीतल अब दो पल भी रहना नहीं चाहती थी।
क्या सितम है इस दिल को लगा के 'बेघर' और फिर दिल का आधार तोड़ा हम ने। क्या सितम है इस दिल को लगा के 'बेघर' और फिर दिल का आधार तोड़ा हम ने।
सिर्फ मतलबों के रिश्तेदार बनाये हमने हर बार अपनों ने ही नीचा दिखाया हम को। सिर्फ मतलबों के रिश्तेदार बनाये हमने हर बार अपनों ने ही नीचा दिखाया हम को।